FACTS ABOUT UPAY TOTKA REVEALED

Facts About upay totka Revealed

Facts About upay totka Revealed

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फिर उस कपडे को रोगी के कान से बांध दें ! बुखार उतर जायगा !

घर में स्थिर लक्ष्मी के वास के लिए उपाय 

सोमवार के दिन प्रदोष काल में शिवलिंग पर अक्षत, सफेद चंदन, धतूरा, दूध, आक, गंगाजल और कच्चे चावल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें और फिर चावल मे मिल तिल को दान कर दें। इसके बाद महामृत्युंजय मंत्र का जप और शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहेगा और जीवन में धन धान्य की वृद्धि होगी।

 घर और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए उपाय 

Should your spouse gets commonly offended on children, wife, neighbors, and servants on smaller matters do the next totkas-take the seeds of dried purple chilly (the volume of seeds should be equal to of one's partner’s age).

 किसी शुभ कार्य के जाने से पहले करने वाले उपाय 

आज कल हर आदमी किसी न किसी कारण से परेशान है ! कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें।  उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय !

यदि उपरोक्त स्थिति का सामना हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर दें ! अवश्य लाभ होगा !

१. कुएं में दूध डालें! उस कुएं में पानी होना चहिए !

घर में सुबह-शाम कपूर जलाएं. इससे सदैव सुगंधित रहता है और नकारात्मकता घर में click here प्रवेश नहीं करती.

कारोबार और व्यापार में उन्नति के लिए पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें और शिवलिंग पर चढ़े दूध को थोड़ा सा तांबे में बर्तन में भर लें। इसके बाद पूरी श्रद्धा के साथ 'ॐ नम: शिवाय:' मंत्र का जप करते हुए व्यवसाय स्थल पर छिड़क दें। ऐसा करने से तरक्की में आ रही कोई भी बाधा दूर होगी और कारोबार और व्यवसाय में अच्छी वृद्धि होगी।

हनुमान जी को चोला चढ़ाना भी लाभकारी होता है.

आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए सूर्योदय के समय शिवलिंग का गन्ने के रस से अभिषेक करें और प्रदोष काल में शहद की धारा अर्पित करें। इसके बाद रुद्राक्ष की माला से सुबह शाम 'ॐ नमो धनदाय स्वाहा' मंत्र का जप करें। ऐसा करने से धन संबंधित समस्याओं का अंत होगा और जीवन में सुख-शांति में वृद्धि होगी।

२. इतवार या गुरूवार को चीनी, दूध, चावल और पेठा (कद्दू-पेठा, सब्जी बनाने वाला) अपनी इच्छा अनुसार लें और उसको रोगी के सिर पर से वार कर किसी भी धार्मिक स्थान पर, जहां पर लंगर बनता हो, दान कर दें !

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